लोग कहते हैं बीती बातें भूल जाओ
मैं यही सोचती रहती हूँ "भूलना" किसे कहते हैं...
सबने कहा उगते सूरज को सलाम करते जाओ
मैं यही सोचती रहती हूँ "उगना" किसे कहते हैं...
उसने कहा जाने से पहले आवाज़ तो देते जाओ
मैं यही सोचती रहती हूँ "आवाज़" किसी कहते हैं...
मैं सबको सिर्फ़ इतना कहना चाहती हूँ "अब कोई मुझे ना सताओ"
मुझे अकेला रहने दो "जीने का पाठ अब तुम मुझे मत पढाओ"
Thursday, May 28, 2009
Sunday, May 24, 2009
सच...
उसने मुझे सच का मतलब समझाया
आधा जीवन बीत जाने पर हमे ये बताया
की असली-नकली बिल्कुल वैसे हैं
जैसे ये ज़मीन और आसमान...
मेरी नादानगी पर सब हसते रहे
और जाने क्यों मेरी नज़र थी इतनी कमज़ोर
कि असली-नकली तो थी दूर की बात
मैं तो थी "अन्तर" के अर्थ से भी अज्ञात...
अब जो कि यह आधी ज़िन्दगी बीत गई
और आने वाले सच से थी मैं अंजान
समझ नहीं आता कि बाकी बची हुई
को किस झूठ के सहारे दूँ मैं अंजाम...
अब जो कि कोई वजह नहीं रह गई
मैंने इस जीवन को अंत करने का सोचा
... आप फ़िर ग़लत समझ गए...
पुरानी पहचान को मार कर नई बनाने का सोचा
अब बची हुई में यही करेंगे
किसीके प्यार पर नहीं
बस अपनी शर्तों पर रोज़ मरेंगे...
आधा जीवन बीत जाने पर हमे ये बताया
की असली-नकली बिल्कुल वैसे हैं
जैसे ये ज़मीन और आसमान...
मेरी नादानगी पर सब हसते रहे
और जाने क्यों मेरी नज़र थी इतनी कमज़ोर
कि असली-नकली तो थी दूर की बात
मैं तो थी "अन्तर" के अर्थ से भी अज्ञात...
अब जो कि यह आधी ज़िन्दगी बीत गई
और आने वाले सच से थी मैं अंजान
समझ नहीं आता कि बाकी बची हुई
को किस झूठ के सहारे दूँ मैं अंजाम...
अब जो कि कोई वजह नहीं रह गई
मैंने इस जीवन को अंत करने का सोचा
... आप फ़िर ग़लत समझ गए...
पुरानी पहचान को मार कर नई बनाने का सोचा
अब बची हुई में यही करेंगे
किसीके प्यार पर नहीं
बस अपनी शर्तों पर रोज़ मरेंगे...
Saturday, May 23, 2009
Tuesday, May 19, 2009
आहिस्ता-२
आहिस्ता-२ वो आए
आहिस्ता-२ दिल मिले
आहिस्ता-२ प्यार हुआ
आहिस्ता-२ हम जीने लगे
आहिस्ता-२ जाने क्या हुआ
आहिस्ता-२ हम दूर होते गए
आहिस्ता-२ वो हमसे कटने लगे
आहिस्ता-२ दिल जुदा हो गए
आहिस्ता-२ हम दूरी सह न सके
आहिस्ता-२ खत्म होते गए
जब आहिस्ता-२ वो चले गए
आहिस्ता-२ दिल मिले
आहिस्ता-२ प्यार हुआ
आहिस्ता-२ हम जीने लगे
आहिस्ता-२ जाने क्या हुआ
आहिस्ता-२ हम दूर होते गए
आहिस्ता-२ वो हमसे कटने लगे
आहिस्ता-२ दिल जुदा हो गए
आहिस्ता-२ हम दूरी सह न सके
आहिस्ता-२ खत्म होते गए
जब आहिस्ता-२ वो चले गए
नाराज़ ख्वहिशै
उसने बोला मरने की दवा चाहिए...
मैंने कहा ऐसा क्या हो गया मेरे भाई?
वो बोला जीने ही हर ख्वाहिश नाराज़ है...
मैंने कहा उसके लिए दवा की ज़रूरत क्यूँ है भाई
ख्वाहिशों को मार दो मौत ख़ुद ही आजाएगी मेरे भाई...
मैंने कहा ऐसा क्या हो गया मेरे भाई?
वो बोला जीने ही हर ख्वाहिश नाराज़ है...
मैंने कहा उसके लिए दवा की ज़रूरत क्यूँ है भाई
ख्वाहिशों को मार दो मौत ख़ुद ही आजाएगी मेरे भाई...
Monday, May 18, 2009
सहा नहीं जाता
मुझे कुछ कहना था...
पर कह न सका
जाने से पहले...
गले लगा न सका
सोचा था क्या...
क्या हो गया
ऐसा लगा तेरे प्यार में
.... मैं रुस्वा हो गया
पर कह न सका
जाने से पहले...
गले लगा न सका
सोचा था क्या...
क्या हो गया
ऐसा लगा तेरे प्यार में
.... मैं रुस्वा हो गया
Friday, May 15, 2009
तेरी गूंज
वो मुस्कुराए और हम शर्माए
वो पास आए और हम घबराए
वो कहते रहे और हम सुनते रहे
वो कहते रहे और हम सुनते रहे
इन सब के बीच हमने आँख क्या बंद की
.
.
.
.
वो तो चले गए और..... हम फ़िर भी सुनते रहे :(
(आज भी तेरी आवाज़ मुझे सुनाई देती है, हमारे प्यार की यादें भी गूंजती है अब तो.... वापिस आजा ना....!)
वो पास आए और हम घबराए
वो कहते रहे और हम सुनते रहे
वो कहते रहे और हम सुनते रहे
इन सब के बीच हमने आँख क्या बंद की
.
.
.
.
वो तो चले गए और..... हम फ़िर भी सुनते रहे :(
(आज भी तेरी आवाज़ मुझे सुनाई देती है, हमारे प्यार की यादें भी गूंजती है अब तो.... वापिस आजा ना....!)
Thursday, May 14, 2009
Wednesday, May 13, 2009
चलो यूँ ही सही.....
कहा है किसी ने बहुत खूब
"मर कर भी चैन न मिला तो कहाँ जायेगे"
जीने के लिए यह बहाना चलो यूँ ही सही....
"मर कर भी चैन न मिला तो कहाँ जायेगे"
जीने के लिए यह बहाना चलो यूँ ही सही....
ਹਂਜੁ
ਇਨਾਂ ਅਖਿਆਂ ਚ੍ ਹਂਜੁ ਆਂਦੇ ਨੇ
ਪਲ੍ ਪਲ੍ ਸਾਨੁਂ ਰੁਲਾਂਦੇ ਨੇ
ਰੋਨ੍ਦੇ ਨੇ ਤਡਪ੍ਦੇ ਨੇ
ਪਰ੍ ਫਿਰ੍ ਭੀ ਉਹ੍ ਲੌਟ੍ ਕੇ ਨਹਿ ਆਂਦੇ ਨੇ
ਪਲ੍ ਪਲ੍ ਸਾਨੁਂ ਰੁਲਾਂਦੇ ਨੇ
ਰੋਨ੍ਦੇ ਨੇ ਤਡਪ੍ਦੇ ਨੇ
ਪਰ੍ ਫਿਰ੍ ਭੀ ਉਹ੍ ਲੌਟ੍ ਕੇ ਨਹਿ ਆਂਦੇ ਨੇ
Jealousy
People say that two girls can't be good friends
As jealousy within them doesn't let them blend
As jealousy within them doesn't let them blend
लायक नहीं थे हम
इस लायक नहीं थे हम की वो छू सके हमको उम्र भर
इस लायक नहीं थे हम की वो छू सके हमको उम्र भर
इसलिए हमने ख़ुद को नालायक बना लिया
ताकि कोई ना छू सके हमको उम्र भर
इस लायक नहीं थे हम की वो छू सके हमको उम्र भर
इसलिए हमने ख़ुद को नालायक बना लिया
ताकि कोई ना छू सके हमको उम्र भर
Subscribe to:
Posts (Atom)