वो मुस्कुराए और हम शर्माए
वो पास आए और हम घबराए
वो कहते रहे और हम सुनते रहे
वो कहते रहे और हम सुनते रहे
इन सब के बीच हमने आँख क्या बंद की
.
.
.
.
वो तो चले गए और..... हम फ़िर भी सुनते रहे :(
(आज भी तेरी आवाज़ मुझे सुनाई देती है, हमारे प्यार की यादें भी गूंजती है अब तो.... वापिस आजा ना....!)
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment